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निज्जर हत्या मामले में कनाडा ने फिर घसीटा नाम तो भारत ने दी चेतावनी

 08 May 2024

कनाड़ा की विदेश मंत्री मेलनी जोली ने कहा कि उनकी सरकार अभी भी निज्जर हत्या में भारतीय एजेंटों के हाथ होने की जाँच कर रही है। उन्होंने कहा कि कैनेडियन माउंटेन पुलिस ने इस मामले की जाँच पूरी कर ली है, और फ़िलहाल किसी टिप्पणी को करने से मना कर दिया है। वहीँ कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने कहा कि भारतीय अखंडता पर नज़र डालने का मतलब लक्ष्मण रेखा को पार करने जैसा है।




कनाड़ा विदेश मंत्री ने क्या कहा?

मेलनी जोली ने एक सवाल के ज़वाब में कहा कि कनाडा का रुख़ हमेशा से स्पष्ट रहा है। हमारा कर्त्तव्य कनाड़ा के नागरिकों की रक्षा करना है। कनाडा अब भी अपने बयान पर क़ायम है कि कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों का हाथ है।

भारत के साथ संबंधों को लेकर जोली ने कहा कि कूटनीति हमेशा पर्दे के पीछे अच्छी होती है। कनाडा सरकार हमेशा अपने नागरिकों की सुरक्षा, अपनी संप्रभुता को बनाये रखने और क़ानून व्यवस्था को क़ायम रखने के लिए प्रतिबद्ध है।



कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने क्या कहा?

कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर कोई भारत की अखंडता पर बुरी नज़र डालता है तो ये लक्ष्मण रेखा को पार करने जैसा होगा।उन्होंने कहा कि कनाड़ा की धरती पर ऐसे मुद्दे फिर से देखे जा रहे हैं जो भारत की अखंडता के लिए ख़तरा है। संजय वर्मा ने कनाडा के साथ भारत के संबंधों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि कि दोनों देशों के बीच बढ़ रहे तनाव को कम करने की कोशिश की जा रही है।

उन्होंने कहा कि जब हम द्विपक्षीय समझौतों में एक-दूसरे को दोस्त कहते है तो हमें एक-दूसरे की चिंताओं को भी समझना चाहिये। लेकिन दुर्भाग्य से भारत और कनाडा के बीच कुछ मुद्दे बहुत पुराने समय से चल रहे हैं।



भारत का विदेश मंत्रालय भी जता चुका है आपत्ति

मंगलवार को कनाडा में खालिस्तानी समर्थन रैली निकाली गयी थी, जिसपर भारत के विदेश मंत्रालय ने अपनी कड़ी प्रतिक्रया दी। मंत्रालय ने कहा कि हिंसा का जश्न किसी भी सभ्य समाज़ में नहीं होना चाहिये। लोकतांत्रिक देशों को क़ानून का पालन करते हुए अभिव्यक्ति के नाम पर कट्टरपंथियों को ड़राने का अधिकार नहीं देना चाहिये। पिछले एक साल में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की हत्या को दिखाने सहित भारतीय राजनयिकों को धमकी भरे ख़त भेजे गये हैं। भारत चाहता है कि कनाड़ा सरकार भारतीय राजनयिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे,ताकि लोग बिना ड़र के अपनी-अपनी ज़िम्मेदारियाँ निभा सके।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनाडा सरकार को घेरते हुए कहा कि संगठित अपराध से जुड़े पंजाब के लोगों का कनाड़ा में स्वागत किया जाता है। इसके बाद कनाडा की सरकार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर हिंसा और चरमपंथ को बढ़ावा देती है।


क्या है निज्जर हत्या मामला

ख़ालिस्तानी आतंकी और कनाडाई नागरिक निज्जर की 18 जून 2023 को कनाड़ा के सरे में स्थित गुरुद्वारे के बाहर कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद कनाड़ा की सरकार ने निज्जर की हत्या का आरोप भारत के एजेंटों पर लगाया था। जबकि कनाडा सरकार ने अभी तक ऐसा कोई सबूत सार्वजनिक नहीं किया है, जिससे भारत के ऊपर लगाये गये आरोप साबित होते हों। आरोपों के बाद से भारत और कनाड़ा के संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं।